India Olympic Research and Education Center – BCORE
गुजरात के गाँधीनगर में रविवार (23 जून) से भारत ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र (India Olympic Research and Education Center – B-CORE) खुल गया है। यह दक्षिण एशिया में पहला ऐसा केंद्र है, जहाँ ओलंपिक को लेकर अनुसंधान और शिक्षा का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा, यह वैश्विक स्तर पर 71वां ऐसा केंद्र है, जिसे अधिकारिक तौर पर अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (International Olympic Committee – IOC) से मान्यता मिली हुई है।
संसाधन और जानकारी का केंद्र

ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र का उद्देश्य विद्वानों,पेशेवरों खेल, कर्मियों प्रशिक्षकों और ओलंपिक को लेकर उत्साही लोगों में रिसर्च आधारित ज्ञान का प्रसार करने के लिए एक केंद्र के रूप में काम करना है। यह केंद्र शैक्षणिक गतिविधियों व्यावसायिक विकास और खेल प्रबंधन पहलों को करने के लिए विविध प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराएगा और जानकारी भी देगा।
भारत में ओलंपिक से संबंधित अनुसंधान के लिए केंद्र के रूप में काम करेगा, जो खेलों और ओलंपिक में इनोवेशन और साक्ष्य-आधारित प्रथाओं को बढ़ावा देगा। जब भारत ओलंपिक की मेजबानी करता है तो केवल एथलीट ही गौरव नहीं लेते हैं, बल्कि खेलों के प्रबंधन और समग्र मेजबानी के लिए कई विषयों में विशेषज्ञता की जरुरत होती है जिसे राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालयों के रूप में प्रदान कर सकता है।
शिक्षा और अनुसंधान B-CORE का केन्द्रीय आदर्श

वैश्विक ज्ञान विनिमय : अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक निकायों और दुनिया भर के समान केन्द्रों से जुड़कर भारत ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र वैश्विक स्तर पर ज्ञान और बेहतर प्रयासों को साझा करने की सुविधा प्रदान करता है।
नीतिगत प्रभाव : भारत ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र का अनुसंधान और उसकी सिफारिशें खेल संगठनों के साथ नीतियां बनाने के मामले में अहम भूमिका निभाएगी, जिससे भारत के खेल विकास को वैश्विक मानकों के साथ में मदद मिलेगी।

सांस्कृतिक सेतु : ओलंपिक अध्ययन के केंद्र के रूप में, भारत ओलंपिक अनुसंधान एवं शिक्षा केंद्र भारत की समृद्धि खेल विरासत को आधुनिक ओलंपिक आंदोलन के साथ एकीकृत करने में मदद कर सकता है।
कम्युनिटी आउटरिच : India Olympic Research and Education Center के कार्यक्रम कुलीन खेलों से आगे बढ़ सकते हैं। ओलंपिक खेलो में जमीनी स्तर की भागीदारी और सामुदायिक जुड़ाव को बढ़ावा दे सकते हैं।

भविष्य के ओलंपिक की तैयारी : चूँकि, भारत भविष्य में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने की आकांक्षा रखता है, इसलिए B-CORE; IOA और अन्य प्रासंगिक निकायों की सहायता करते हुए ओलंपिक की मेजबानी में आवश्यक ज्ञान आधार और मानव संसाधन के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
India Olympic Research and Education Center – BCORE