मनु भाकर को पहला ओलंपिक मेडल जीतने में ‘भगवद् गीता’ ने कैसे की मदद ?

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के लिए पहला मेडल जीतने का श्रेय भगवद् गीता को दिया।

How ‘The Bhagavad Gita’ helped Manu Bhaker win her maiden Olympic medal in Paris Olympics 2024?

22 वर्षीय निशानेबाज मनु भाकर (Manu Bhaker) ने पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में निशानेबाजी में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। वह रविवार, 28 मई को दक्षिण कोरिया के निशानेबाजों ओह ये-जिन और किम ये-जी से पीछे रहीं, जिसके चलते उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिला। इसी के साथ, वह ओलंपिक इतिहास में निशानेबाजी में मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला निशानेबाज बन गईं।

How 'The Bhagavad Gita' helped Manu Bhaker win her excellent maiden Olympic medal in Paris Olympics 2024?
How ‘The Bhagavad Gita’ helped Manu Bhaker win her maiden Olympic medal?
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इतना ही नहीं, मनु ने इस मेडल के साथ निशानेबाजी में भारत के 12 सालों का सूखा भी समाप्त कर दिया। बता दें कि, 2012 लंदन ओलंपिक के बाद से कोई भी भारतीय खिलाड़ी निशानेबाजी में एक भी मेडल नहीं जीत सका था, लेकिन अब यह इंतजार समाप्त हो गया है।

पेरिस ओलंपिक 2024 (Paris Olympics 2024) में भारत को पहला मेडल दिलाने के बाद, जियो सिनेमा के साथ इंटरव्यू में मनु भाकर ने अपनी सफलता के पीछे का रहस्य बताया। उन्होंने ‘भगवद् गीता’ के एक श्लोक ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन’ को ध्यान में रखते हुए अपना खेल खेला और मेडल हासिल किया।

मनु भाकर को पहला ओलंपिक मेडल जीतने में ‘भगवद् गीता” ने कैसे की मदद? |

22 वर्षीय मनु (Manu Bhaker) ने बताया कि, किस प्रकार गीता के उपदेशों ने प्रतियोगिता के दौरान उनके मन को शांत रखने में मदद की तथा किस प्रकार कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिए गए उपदेशों, जिसमें उन्होंने कहा था कि “कर्म करो फल की चिंता ना करो (कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचनS)” ने उन्हें पेरिस में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में मदद की।

How 'The Bhagavad Gita' helped Manu Bhaker win her maiden Olympic medal in Paris Olympics 2024?
Image Courtesy: Asana at Home Online Yoga

उन्होंने कहा:

मैंने गीता और अन्य बहुत कुछ पढ़ा है, इसलिए मेरे दिमाग में यही चल रहा था कि इसकी शिक्षा है, ‘बस वही करो जो तुम्हें करना है, बस वही करो जो तुम्हें करना चाहिए और जो भी नियति हो, तुम उसके परिणाम को नियंत्रित नहीं कर सकते।‘ गीता में, कृष्ण अर्जुन से कहते हैं ‘तुम जानते हो कि तुम अपने कर्म पर ध्यान केंद्रित कर सकते हो न कि कर्म के परिणाम पर’, इसलिए मेरे दिमाग में बस यही चल रहा था। मैं ऐसी थी कि ‘ठीक है, बस अपना काम करो और जो हो रहा है होने दो।

बता दें कि, भगवद् गीता (Bhagvad Gita) एक ऐसा प्राचीन ग्रन्थ है, जिसका सामाजिक जीवन में सांस्कृतिक रूप से काफी प्रभाव है। मनु भाकर जैसे खिलाड़ियों को अन्तर्राष्ट्रीय मंच पर सफलता हासिल करने के बाद उसका श्रेय ‘भगवद् गीता’ को देने से युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ भारतीय फैंस पर भी प्रभाव पड़ेगा।

Paris Olympics 2024 में मनु भाकर के आगामी इवेंट

How 'The Bhagavad Gita' helped Manu Bhaker win her excellent maiden Olympic medal in Paris Olympics 2024?
Manu Bhaker in Paris Olympics 2024

बता दें कि, पेरिस ओलंपिक 2024 में मनु का सफर अभी समाप्त नहीं हुआ है, क्योंकि वह 29 जुलाई को मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल क्वालीफाइंग इवेंट में और उसके बाद 2 अगस्त को महिलाओं की 25 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में हिस्सा लेंगी।

इवेंट तारीख समय
मिक्स्ड 10 मीटर एयर पिस्टल 29 जुलाई दोपहर 12:45 बजे
महिलाओं की 25 मीटर एयर पिस्टल 2 अगस्त घोषित होना बाकी

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