ओलंपिक के 33वें संस्करण (Paris Olympic 2024) की शुरुआत 26 जुलाई से होने जा रहा है। इस महाकुंभ में भारत की तरफ से इस बार 117 खिलाड़ी अपनी किस्मत आजमाएंगे। इस बार करोड़ो भारतीयों की उम्मीद एक बार फिर से नीरज चोपड़ा पर टिकी हुई हैं।

उन्होंने टोक्यो ओलंपिक 2020 में गोल्ड मेडल जीता था। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि वो एक बार फिर से अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जीतेगें, लेकिन इस बार उनकी मदद करने के लिए भारत की तरफ से एक और भारतीय उनके साथ मौजूद है।
जेवलिंग थ्रोवर किशोर जेना भी इस बार पदक जीतने की रेस में हैं। वो पिछले कुछ समय से अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, ऐसे में भारतीय फैंस और भारत के समस्त देशवासियों से उनसे एक पदक की आस है।
Paris Olympic 2024: कौन हैं किशोर जेना
ओडिशा के पुरी जिले में किशोर जेना का जन्म हुआ था। किशोर जेना पहले जैवलिंग थ्रो में अपना करियर नही बनाना चाहते थे। उनको शुरू से ही वोलीबाल में अधिक रूचि थी लेकिन उसके बाद उनकी मुलाकात ओडिशा स्टेट चैंपियन लक्ष्मण बराल से हुई। इस मुलाकात ने किशोर के सपनों को नई उड़ान दी और उनकी करियर की राह ही बदल गई।

इसके बाद जैवलिंग में उनकी रूचि बढ़ती गई, उन्होंने अपने कालेज स्पर्धाओं में कई पदक जीते। उनकी मेहनत का नतीजा यह हुआ कि उन्हें बाद में CISF में नौकरी मिल गई। नौकरी मिलने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति को मदद मिली और उन्होंने अपने करियर पर पूरी तरह से फोकस करना शुरू कर दिया था।
Paris Olympic 2024: पिता ने दिया साथ
अपने करियर में किशोर जेना बेहतर कर रहे थे, लेकिन वो 75 मीटर का मार्क क्रोस नही कर पा रहे थे। इसके बाद जगबीर सिंह ने उनकी मदद की जिसके बदौलत किशोर ने अपने अंदर बदलाव लाया और बाद में उन्होंने ओडिशा स्टेट चैंपियनशिप में 76 मीटर तक जैवलिंग थ्रो फेंक कर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
जिस समय किशोर अपने करियर के सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे। वों बहुत कोशिशों के बाद भी वह 80 मीटर के पर थ्रो नही फेंक पा रहे थे। इस वजह से उन्होंने इस खेल को छोड़ने का मन बना लिया था। लेकिन पिता के कहने के बाद वह अपने खेल को खेलते रहें।
इसके बाद वह विश्व चैंपियनशिप में भी अच्छा प्रदर्शन किया था। इस टूर्नामेंट में वह 5वें स्थान पर रहें। इस दौरान उन्होंने 84.77 मीटर तक भाला फेंका था।
Paris Olympic 2024: एशियन गेम्स 2023 में दिखाया दम

पिता की सलाह ने किशोर की करियर में जान सी फूंक दी। इन्होने एशियन गेम्स 2023 में सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। इसके बाद उन्होंने पेरिस ओलंपिक के लिए भी क्वालीफाई कर लिया। ऐसे में अब उनके पास एक बार फिर से इतिहास रचाने का मौका है।
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