India’s Probable Test XI for England Tour Without Kohli, Rohit & Ashwin: भारतीय टेस्ट क्रिकेट अब एक नए दौर में दाखिल हो चुका है। छह महीने के भीतर रविचंद्रन अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे तीन दिग्गज खिलाड़ियों ने टेस्ट क्रिकेट से विदाई ले ली है। अब जब यह ट्रांजिशन फेज शुरू हो गया है, तो नजरें इस बात पर टिकी हैं कि इन दिग्गजों के बाद भारतीय टीम की अगली टेस्ट प्लेइंग इलेवन कैसी दिखेगी, खासकर तब जब अगला दौरा इंग्लैंड जैसा चुनौतीपूर्ण होगा।
इस ट्रांजिशन का सबसे बड़ा इम्तिहान 20 जून से शुरू हो रहे इंग्लैंड दौरे पर देखने को मिलेगा, जहां टीम इंडिया को बैजबॉल वाली इंग्लिश टीम से मुकाबला करना है। भारत ने इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट सीरीज 2007 में जीती थी और ऐसे में कोहली, रोहित और अश्विन की गैरहाज़िरी एक बड़ा खालीपन पैदा कर रही है। लेकिन शायद यही मौका है जब युवा खिलाड़ियों को खुलकर खुद को साबित करने का अवसर मिलेगा।
ओपनिंग: यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल
रोहित शर्मा की रिटायरमेंट के बाद ओपनिंग में बदलाव तय है, लेकिन यशस्वी जायसवाल फिलहाल इस जगह के सबसे मजबूत दावेदार हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनका प्रदर्शन मिला-जुला रहा था, लेकिन अब जब टीम में कई नए चेहरे होंगे, उनसे स्थिरता की उम्मीद रहेगी।
उनके साथ पारी की शुरुआत करने के लिए कई विकल्प हो सकते हैं, लेकिन केएल राहुल इस रेस में आगे नजर आते हैं। अनुभव, इंग्लैंड में खेलने का रिकॉर्ड और हर स्थिति में खुद को ढाल लेने की क्षमता उन्हें इस स्लॉट के लिए फिट बनाती है। राहुल ने इंग्लैंड में अब तक 9 टेस्ट में 614 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और एक अर्धशतक शामिल है।
मिडिल ऑर्डर: साई सुदर्शन, शुभमन गिल (कप्तान), करुण नायर
मिडिल ऑर्डर में सबसे बड़ा बदलाव विराट कोहली की जगह को लेकर है। ऐसी चर्चा है कि चयनकर्ता शुभमन गिल को न सिर्फ नंबर 4 पर बल्लेबाजी करने का मौका देंगे, बल्कि उन्हें अगला टेस्ट कप्तान भी बना सकते हैं। गिल का टैलेंट और भविष्य की सोच को देखते हुए यह फैसला तार्किक लगता है।
गिल के नंबर 3 से हटने के बाद उनकी जगह साई सुदर्शन को दी जा सकती है। घरेलू क्रिकेट और काउंटी क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड काफी प्रभावशाली रहा है। साई ने काउंटी में 53.52 की औसत से रन बनाए हैं और तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज माने जाते हैं।
नंबर 5 पर करुण नायर एक अनुभवी विकल्प हो सकते हैं। रणजी ट्रॉफी और काउंटी में उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें दोबारा चर्चा में ला दिया है। ऐसे समय में जब टीम को अनुभव की भी जरूरत है, नायर एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरते हैं।
निचला क्रम: ऋषभ पंत (विकेटकीपर), नीतिश कुमार रेड्डी, रवींद्र जडेजा
ऋषभ पंत की वापसी टीम के लिए राहत की बात है। भले ही हालिया फॉर्म थोड़ा उतार-चढ़ाव वाला रहा हो, लेकिन इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड शानदार है और टेस्ट मैचों में वो भारत के बड़े मैच विनर साबित हुए हैं।
ऑलराउंडर के रूप में नीतिश कुमार रेड्डी को मौका मिल सकता है। ऑस्ट्रेलिया में उनके बल्ले से योगदान अहम रहा था और इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनकी स्विंग गेंदबाजी और भी असरदार हो सकती है।
रवींद्र जडेजा फिर एक बार अकेले स्पिनर की भूमिका में होंगे। अश्विन की गैरमौजूदगी में जडेजा पर जिम्मेदारी और बढ़ेगी।
गेंदबाज़ी विभाग: जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप
गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह अब भी टीम के सबसे बड़े हथियार होंगे। हालांकि कुछ रिपोर्ट्स में उन्हें कप्तानी से दूर बताया गया है, लेकिन गेंद से उनकी भूमिका पहले जैसी ही अहम होगी। उनका साथ देंगे मोहम्मद सिराज, जिनका इंग्लैंड में रिकॉर्ड शानदार रहा है।
इसके अलावा, मोहम्मद शमी की गैरहाज़िरी में तीसरे तेज़ गेंदबाज़ के तौर पर आकाश दीप को तरजीह दी जा सकती है। घरेलू और ऑस्ट्रेलिया ‘ए’ के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन ने उन्हें यह मौका दिलाया है।
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