बैडमिंटन पहले की तुलना में हिंदुस्तान के लिहाज से ज्यादा लोकप्रियता हासिल कर रहा है। अन्य खेलों की तरह भारत में बैडमिंटन को ब्रिटिश शासकों द्वारा शुरु किया गया था। इस खेल को पहले शटलकॉक की जगह ऊन की गेंद से खेला जाता था, जो कि 1850 के देशक का दौर था। लेकिन समय के बदलते दौर में इस खेल में कई बदलाव हुए। वर्तमान समय में बैडमिंटन पूरे विश्व के लोकप्रिय खेलों में से एक है। बैडमिंटन को दो प्रारूप में खेला जाता है, जिसमें से पहला एकल और दूसरा युगल संस्करण है। एकल का मतलब है कि इसमें सिर्फ दो विरोधी खिलाड़ी खेल सकते हैं और युगल का मतलब दो विरोधी खिलाड़ियों के जोड़े का खेलना होता है। बैडमिंटन के इतिहास में एक से बढ़कर एक खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा के दम पर इस खेल को लोकप्रिय बनाया है। इसी कड़ी में आज हम आपको कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने इस खेल में की लोकप्रियता बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।

टोनी गुनवान
टोनी गुनवान का नाम बैडमिंटन के इतिहास में सर्वोच्च खिलाड़ियों में लिया जाता है। टोनी ने खेल के दोनों प्रारूप युगल और मिश्रित युगल में कई ट्रॉफियां अपने नाम की हैं। अपने करियर में उन्होंने कुल 35 अहम खिताब अपने नाम किए हैं। टोनी ने यूएसए जाने से पहले इंडोनेशिया का प्रतिनिध्व किया। इसके बाद उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर व ओलंपिक में कई पदक अपने नाम किए हैं।
रूडी हार्टोनो
दुनिया की सबसे पुरानी बैडमिंटन प्रतियोगिता में इंडोनेशियाई बैडमिंटन खिलाड़ी रूडी हार्टोनो ने लगातार सात बार मुकाबला किया था। उन्होंने 1980 IBF विश्व चैंपियनशिप में खिताब जीता। उन्हें अक्सर इतिहास के सबसे महान बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। वह सबसे प्रसिद्ध एथलीटों में से एक हैं।
ली लिंगवेई
साल 1985 की बीडब्ल्यूएफ विश्व चैंपियनशिप में ली लिंगवेई ने 3 स्वर्ण और दो रजद पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। ये वो वक्त था जब ली का नेटप्ले अन्य खिलाड़ियों की तुलना में शानदार होता था।
चेन लोंग
बैडमिंटन से संन्यास ले चुके चेन लोंग पड़ोसी देश चीन के रहने वाले हैं। चेन साल 2016 के ओलंपिक विजेता होने के साथ-साथ दो बार के विश्व और एशियाई चैंपियन भी हैं। विश्व नंबर 1 चेन ने दिसंबर 2014 से जून 2016 तक लगातार 76 हफ्तों तक पुरुष एकल रैंकिंग में पहला स्थान हासिल किया।
तौफिक हिदायत
अपने करियर में तौफिक हिदायत ने इंडोनेशियाई ओपन में 6 जीत सहित 27 जीत हासिल की हैं। उनके द्वारा जीते गए सभी खिताबों के अलावा एकल प्रतियोगिता के इतिहास में सबसे तेज स्मैश का रिकॉर्ड अभी भी उनके पास है। हिदायत अपने बैकहैंड से शॉट लगाने में विशेष रूप से काबिल थे। तौफिक हिदायत एरिना ने दिसंबर 2012 में बैडमिंटन प्रशिक्षण सुविधा के रूप में अपना औपचारिक उद्घाटन किया।