Swapnil Singh’s Journey from Almost Leaving for Bangladesh to RCB Success: रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के ऑलराउंडर स्वप्निल सिंह के लिए आईपीएल 2024 का सीजन किसी सपने से कम नहीं रहा। 33 साल की उम्र में इस टूर्नामेंट में अपनी असली पहचान बना चुके स्वप्निल को कभी लगा था कि उनका करियर आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसी सोच के चलते वह तीन साल पहले बांग्लादेश की लीग क्रिकेट खेलने का मन बना चुके थे, लेकिन उनके मेंटर इरफान पठान ने उन्हें ऐसा करने से रोक लिया और भारत में ही अपना भाग्य आजमाने की सलाह दी।
RCB में मिला पहला असली मौका

स्वप्निल सिंह ने इससे पहले 2016 में पंजाब किंग्स के लिए डेब्यू किया था और 2023 में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के लिए दो मुकाबले खेले थे। हालांकि, उन्हें कभी लंबा मौका नहीं मिला। लेकिन इस बार, RCB के लिए खेलते हुए उन्होंने छह मैचों में छह विकेट झटके हैं और 8.76 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी की है। इतना ही नहीं, कई मैचों में कप्तान ने उन्हें नई गेंद से भी आज़माया।
स्वप्निल इस सीजन में RCB के उन छह मैचों का हिस्सा रहे, जब टीम लगातार जीत हासिल कर प्लेऑफ में पहुंची। एक वक्त अंकतालिका में सबसे नीचे रहने वाली टीम को प्लेऑफ तक ले जाने में उनका अहम योगदान रहा।
कैसे बची स्वप्निल की आईपीएल करियर की उम्मीद?

स्वप्निल की क्रिकेट यात्रा आसान नहीं रही। वह बचपन में अपने छोटे भाई ज्योत्स्निल सिंह के साथ लखनऊ से बड़ौदा चले गए थे, क्योंकि उनके पिता को लगा कि वहां क्रिकेट के बेहतर मौके मिल सकते हैं। स्वप्निल ने बड़ौदा के लिए एक दशक से ज्यादा क्रिकेट खेली, लेकिन 2021 में टीम ने युवा खिलाड़ियों को तरजीह देनी शुरू कर दी, जिससे उनका करियर ठहराव की ओर बढ़ने लगा।
जब आईपीएल में भी नियमित जगह नहीं मिल रही थी, तब उन्होंने बांग्लादेश की घरेलू लीग में खेलने का मन बनाया। लेकिन इरफान पठान ने उन्हें समझाया कि भारत में ही रुके रहना बेहतर होगा।
कैसे बना नेट बॉलर से आईपीएल स्टार तक का सफर?
2022 में दीपक हुड्डा ने उन्हें LSG के लिए नेट बॉलर बनने का ऑफर दिया। शुरुआत में वह इससे निराश थे, क्योंकि वह लीग क्रिकेट में खेलना चाहते थे। लेकिन जब इरफान पठान ने गौतम गंभीर (LSG के तत्कालीन मेंटर) से बात की, तो गंभीर ने उन्हें आजमाने का फैसला किया।
LSG के कैंप में स्वप्निल को कोच एंडी फ्लावर ने नोटिस किया। जब फ्लावर 2024 में RCB के कोच बने, तो उन्होंने स्वप्निल को ट्रायल के लिए बुलाया। स्वप्निल ने उनसे कहा, “सर, मुझे बस एक मौका चाहिए। यह मेरा आखिरी मौका हो सकता है। बस मुझ पर भरोसा रखिए।”
RCB में मिली नई पहचान
RCB ने उन्हें पहले राउंड में नहीं खरीदा था, जिससे वह निराश हो गए थे। उन्हें लगा कि वह अपना घरेलू सीजन खेलेंगे और फिर शायद क्रिकेट छोड़ देंगे। लेकिन आखिरकार, RCB ने उन्हें अपने साथ जोड़ लिया और यहीं से उनकी किस्मत बदल गई।
इस सीजन में वह विराट कोहली के लिए सिर्फ पुराने अंडर-19 रूममेट नहीं बल्कि एक भरोसेमंद साथी बन चुके हैं। इरफान पठान ने उनकी कहानी को लेकर कहा, “लोग बड़े क्रिकेटर्स की कहानियां सुनाते हैं, लेकिन स्वप्निल जैसे खिलाड़ियों की कहानी ज्यादा प्रेरणादायक होती है।”
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